‘आतंकवाद को पाताल में दफन कर’, जम्मू कश्मीर में गृह मंत्री अमित शाह की दहाड़
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 का प्रचार अपने चरम पर है। इसी क्रम में आज (सोमवार) को गृहमंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में रैली को संबोधित किया। इस दौरान शाह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस पर ‘‘अपने परिवार की सरकार’’ बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे जम्मू कश्मीर में सत्ता में नहीं आ सकते। उमर अब्दुल्लाह और राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में एक बार फिर से आतंकवाद को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बीजेपी सरकार इसको जमीन में दफन कर देगी। जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हमने विभाजन के दिन देखें, 1990 में आतंकवाद के दिन देखें। चंद्रिका शर्मा हों या परिहार बंधु हों…सभी ने कुर्बानियां दीं। मैं आज इस क्षेत्र सहित जम्मू-कश्मीर की जनता से वादा करता हूं कि हम आतंकवाद को इतना नीचे दफन करेंगे कि कभी बाहर नहीं आ पाएगा।
https://x.com/AmitShah/status/1835613835325272316?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1835613835325272316%7Ctwgr%5Ecd6149a4a940125b139a3f43c7ff0bf5d5bcc57e%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Flalluram.com%2Fjammu-and-kashmir-assembly-election-home-minister-amit-shah-said-we-will-bury-terrorism-so-deep-that-it-will-never-come-out%2F
गृह मंत्र ने आगे कहा कि नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन हमेशा से आतंकवाद का पोषक रहा है। जब-जब घाटी में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की सरकार आई, तब-तब यहां आतंकवाद को बढ़ावा मिला है। याद कीजिए 90 के दशक को… मैं फारूक अब्दुल्ला से पूछना चाहता हूं कि आप यहां के मुख्यमंत्री थे, राजीव गांधी के साथ समझौता करके चुन कर आए। जब हमारी घाटी खून से लथपथ हो गईं तो आप कहां थे?’ जिस गठबंधन ने, नेहरू-गांधी व अब्दुल्ला परिवार ने यहां आतंकवाद फैलाया, वो फिर से आपका आशीर्वाद लेना चाहते हैं।
जम्मू-कश्मीर का ये चुनाव स्पष्ट रूप से दो ताकतों के बीच है। एक ओर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस है और दूसरी ओर भाजपा है। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस कहती है कि अगर हमारी सरकार बनी तो धारा-370 को वापस लाएंगे। पहाड़ियों और गुर्जर भाइयों को जो आज आरक्षण मिला है, वो धारा-370 के रहते नहीं मिल सकता था।
शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने जो धारा-370 हटाई, वो अब इतिहास का पन्ना हो गई है। भारत के संविधान में अब धारा-370 के लिए कोई जगह नहीं रह गई है। जम्मू कश्मीर में अब दो विधान, दो प्रधान और दो झंडे कभी नहीं हो सकते हैं। झंडा सिर्फ हमारा प्यारा तिरंगा होगा।