एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने निगम अधिकारी के घर की ली तलाशी,भ्रष्ट अधिकारियों का कनेक्शन किससे होगी जांच
कोरबा : एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) बिलासपुर की टीम ने नगर पालिक निगम दर्री क्षेत्र के दो बड़े अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की थी। जांच आगे बढ़ाते हुए उन भ्रष्ट अधिकारियों के घर तक टीम जा पहुंची है। नगर निगम जोन दफ्तर से रंगे हाथ पकड़ने के बाद दोनों अधिकारियों को सीधे एसीबी की टीम उनके उनके घर लेकर पहुंची। अधीकारियों ने बताया कि वहा पहले से एसीबी के जवानों की तैनाती की गई थी। इस सख्त कार्यवाही से अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार उक्त मामला नगर पालिक निगम कोरबा के अधीनस्थ दर्री जोन कार्यालय का है। बताया जा रहा हैं की निगम अधिकारी (एसडीओ) डी.सी. सोनकर ने प्रार्थी मानक राम साहू (ठेकेदार) से निर्माण कार्य संबंधित उपयोग भुगतान किए गए, रनिंग बिल व फाइनल बिल की राशि जो लगभग 21 लाख रुपये में से 2 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई थी। जो कि कुल 42 हजार रुपये हो रही थी। लेकिन प्रार्थी द्वारा रिश्वत नहीं देने का मन बनाकर इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में की गयी।
शिकायत पर सत्यापन कराए जाने पर कथित आरोपी सोनकर द्वारा 42000 की जगह 35000 रुपये लेने हेतु सहमति दी गई। जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो के उप पुलिस अधीक्षक अजितेश सिंह की अगुआई में 9 सदस्यों टीम ने निगम के दर्री जोन कार्यालय में दबिश देकर दोनों अधिकारियों को रंगे हाथ धर दबोचा। वही एसीबी टीम की योजना अनुसार कथित आरोपी सोनकर को प्रार्थी 35 हजार रुपये देने गया तो उसने अपने सब इंजीनियर देवेंद्र स्वर्णकार को देने हेतु कहा। जिस पर प्रार्थी द्वारा देवेंद्र को रिश्वत की रकम दर्री जोन कार्यालय में दी गयी। दोनों अधिकारी रिश्वत लेते रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया है। वही दोनों अधिकारियों के घर की भी तलाशी ली गई है। जिसमें एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों को अहम दस्तावेज के साथ कोई बड़ा सुराग हाथ लगने की जानकारी मिल रही है। आने वाले दिनों में इसका बड़ा खुलासा होने की संभावना है।
दोनों अधिकारियों को अभिरक्षा में लेकर उनके विरुद्ध धारा 7,12 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्यवाही की गई है। इस पूरे मामले में निगम अधिकारियों के मध्य हड़कंप मचा हुआ है और यही भय सता रहा है की अगला नंबर किसका होगा। नगर पालिका निगम के दोनों अधिकारियों को पुलिस न्यायालय में प्रस्तुत कर रिमांड में लेने की कोशिश करेगी। ताकि उनसे पूछताछ कर सके। संबंधित अधिकारियों के भ्रष्टाचार का कनेक्शन कहां तक जुड़ा है जिसका खुलासा हो सके। इन दोनों अधिकारियों के साथ और किनकी भागीदारी है इसकी भी तह तक पहुंचने की कोशिश एसीबी की टीम कर रही है।