दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत बुधवार 19 जून को खत्म हो रही है। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी। इससे पहले कोर्ट ने 5 जून केजरीवाल की ज्यूडिशियल कस्टडी 19 जून तक बढ़ा दी थी।
कोर्ट ने दिल्ली सीएम की मेडिकल ग्राउंड पर 7 दिन की जमानत की मांग वाली अंतरिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोर्ट में उनकी अपील का विरोध किया था।
केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया गया था। 1 अप्रैल को वे तिहाड़ जेल भेजे गए। सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को उन्हें अंतरिम जमानत दी थी। जमानत पर 21 दिन बाहर रहने के बाद 2 जून की शाम 5 बजे केजरीवाल ने तिहाड़ में सरेंडर किया था।
सरेंडर करने के करीब 30 मिनट बाद ही 5 जून तक की ED की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया था। एजेंसी ने केजरीवाल की कस्टडी के लिए आवेदन दायर किया था, लेकिन दिल्ली सीएम की अंतरिम जमानत पर होने के चलते आवेदन पेंडिंग था।
ED का दावा- केजरीवाल का वजन 7 किलो घटा नहीं, 1 किलो बढ़ा
ED ने कोर्ट में दावा किया था कि केजरीवाल ने तथ्यों को दबाया है और अपनी सेहत को लेकर झूठे बयान दिए हैं। उनका वजन 1 किलो बढ़ गया है, लेकिन वे झूठा दावा कर रहे हैं कि उनका वजन 7 किलो कम हो गया है।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से कहा था कि केजरीवाल ने 31 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भ्रामक दावा भी किया कि वह 2 जून को सरेंडर करने जा रहे हैं। हालांकि कोर्ट में केजरीवाल के वकील ने कहा कि वे बीमार हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है।
केजरीवाल ने कहा था- पता नहीं, कब बाहर आऊंगा
केजरीवाल ने 2 जून को सरेंडर के पहले AAP कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि मैं देश बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। मुझे नहीं पता कब वापस आऊंगा। वहां मेरे साथ क्या-क्या होगा, मुझे नहीं पता।
सुप्रीम कोर्ट ने मुझे चुनाव प्रचार के लिए 21 दिनों की जमानत दी थी। मैं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देना चाहता हूं। आज, मैं फिर से तिहाड़ जेल जा रहा हूं। मैंने इन 21 दिनों में एक मिनट भी बर्बाद नहीं किया।
उन्होंने आगे कहा था कि मेरे लिए AAP महत्वपूर्ण नहीं है, हमारे लिए देश महत्वपूर्ण है। मैं दिल्ली के लोगों से कहना चाहता हूं कि मैंने घोटाला किया है। मैं फिर से जेल जा रहा हूं, क्योंकि मैंने तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाई है।