8 सितंबर की रात शिवराजपुर थाना क्षेत्र के मुड़ेरी गांव के पास एक बड़ा रेल हादसा टल गया था. यहां रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से कालिंदी एक्सप्रेस टकरा गई थी. जिसके बाद ट्रेन करीब 20 मिनट रुकी रही. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे. मामले की जांच के लिए कई टीमें लगाई गई थी. लोकल पुलिस इंटेलिजेंस से लेकर आईबी, एटीएस, क्राइम ब्रांच, जीआरपी, जैसी फोर्स घटना की जांच कर रही थी. लेकिन अब भी इन सभी के हाथ खाली हैं.
जानकारी के मुताबिक जांच एजेंसियों ने पूछताछ के लिए 15 संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया था. लेकन इन सभी को पुलिस ने हिदायत देते हुए दोबारा बुलाने की बात कहकर छोड़ दिया. कानपुर, लखनऊ, कन्नौज, चिबरामऊ में भी टीमें दबिश देकर हादसे में लिप्त होने के संदेह पर लोगों से पूछताछ की. लेकिन अब भी घटना को लेकर कोई भी खुलासा नहीं हुआ है.
बता दें कि इस घटना को लेकर बसपा सुप्रीमो ने भी जांच की मांग की थी. उन्होंने षड़यंत्र को विफल करने पर संतोष जताया था. साथ ही जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी. उन्होंने X पर लिखा था कि ‘कानपुर में रेलवे पटरी पर गैस सिलेण्डर आदि रखकर रेल दुर्घटना कराने के षडयंत्र का विफल होना संतोषजनक. इसकी उच्च स्तरीय जांच-पड़ताल के बाद दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई जरूरी, ताकि जन व रेल सुरक्षा बनी रहे.’