डी.ए.व्ही. पब्लिक स्कूल गेवरा की प्राचार्य मनीषा अग्रवाल पर गंभीर आरोप, स्थानांतरण की मांग

कोरबा, 8 जुलाई 2024 – डी.ए.व्ही. पब्लिक स्कूल गेवरा की प्राचार्य मनीषा अग्रवाल पर जन प्रतिनिधियों द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने इस संबंध में डी.ए.व्ही. भिलाई के मैनेजिंग डायरेक्टर को पत्र लिखकर प्राचार्य मनीषा अग्रवाल का छत्तीसगढ़ से बाहर स्थानांतरण करने की मांग की है।
जन प्रतिनिधियों द्वारा दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि प्राचार्य मनीषा अग्रवाल ने जन प्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार किया है और बिना मापदंड के बच्चों का एडमिशन किया है। इस शिकायत को संज्ञान में लेते हुए सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने मांग की है कि प्राचार्य का छत्तीसगढ़ से बाहर स्थानांतरण किया जाए और इस संबंध में की गई कार्यवाही की जानकारी उनके कार्यालय को दी जाए।
इस पत्र की प्रतिलिपि एस.ई.सी.एल. गेवरा क्षेत्र जिला कोरबा के प्रबंधक, कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दीपका, और पार्षद अनुप यादव को भी भेजी गई है।
प्राचार्य के खिलाफ अन्य जनप्रतिनिधियों की भी है शिकायत
इस मामले में अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी प्राचार्य मनीषा अग्रवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि प्राचार्य द्वारा छात्रों के एडमिशन में भेदभाव किया गया है और स्कूल की नीतियों के उल्लंघन किया गया है। जनप्रतिनिधियों ने यह भी आरोप लगाया है कि प्राचार्य ने जनप्रतिनिधियों के साथ गलत व्यवहार किया है, जिससे उनका मनोबल गिरा है।
प्राचार्य का स्थानांतरण ही है समाधान
सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने अपने पत्र में साफ किया है कि इन आरोपों की जांच के बाद ही प्राचार्य का स्थानांतरण किया जाना चाहिए। उन्होंने डी.ए.व्ही. भिलाई के मैनेजिंग डायरेक्टर से आग्रह किया है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्यवाही करें।
इस पूरे मामले पर अभी तक डी.ए.व्ही. भिलाई की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जनप्रतिनिधियों और अभिभावकों का कहना है कि अगर जल्द ही कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
ज्योत्सना चरणदास महंत द्वारा उठाए गए इस मुद्दे ने एक बार फिर से शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और न्याय की आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित किया है। अब देखना यह है कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और प्राचार्य मनीषा अग्रवाल पर लगे आरोपों की सच्चाई क्या