राहुल को धमकी मामले पर नड्डा का खड़गे को जवाब:लिखा-राहुल की करतूतें भूल गए; कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था- PM अपने नेताओं पर अंकुश लगाइए
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम ओपन लेटर लिखा है। नड्डा ने लिखा है कि आप राहुल गांधी समेत अपने नेताओं की करतूतों को भूल गए हैं या फिर उन्हें जानबूझ कर नजरअंदाज किया है।
यह उस चिट्ठी का जवाब है, जो खड़गे ने 17 सितंबर को PM मोदी की नाम लिखी थी। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान देने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा अध्यक्ष ने अपनी चिट्ठी में खड़गे से पूछा है कि जिस व्यक्ति का इतिहास ही देश के प्रधानमंत्री समेत पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो, जिसकी मानसिकता पूरा देश जानता हो, उस राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं?
नड्डा ने लेटर में यह भी लिखा कि कांग्रेस के नेताओं ने पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री मोदी को 110 से ज्यादा गालियां दी हैं। तब राजनीतिक शुचिता, मर्यादा, अनुशासन, शिष्टाचार जैसे शब्द आपकी डिक्शनरी से क्यों गायब हो जाते हैं? आप राजनीतिक शुचिता की दुहाई दे रहे हैं लेकिन आपके नेताओं का इतिहास ही इसकी धज्जियां उड़ाने का रहा है। ऐसा दोहरा रवैया क्यों?
उन्होंने लिखा- “अगर मैं उदाहरण गिनाने लग जाऊं, तो आपको भी पता है कि उसके लिए अलग से किताब लिखनी पड़ेगी। क्या ऐसे बयानों और हरकतों ने देश को शर्मसार नहीं किया, राजनीतिक मर्यादा को तार- तार नहीं किया? आप इसे कैसे भूल गए खड़गे जी?”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें बधाई देने के बाद एक चिट्ठी भी लिखी थी। इसमें राहुल गांधी के खिलाफ हेट स्पीच पर चिंता जताई थी। खड़गे ने लिखा था- ‘भाजपा और सहयोगी दलों के नेता लगातार राहुल गांधी के लिए बेहद आपत्तिजनक और हिंसक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपसे आग्रह है कि ऐसे नेताओं पर लगाम लगाएं।’
दिल्ली में राहुल गांधी के घर के बाहर 11 सितंबर को भाजपा ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह पर राहुल को मारने की धमकी देने का आरोप लगा।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘ नेता खुलेआम देश के नेता प्रतिपक्ष को हत्या की धमकी दे रहा है। ये बेहद गंभीर मामला है। ये भाजपा की नफरत की फैक्ट्री का प्रोडक्ट है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। PM मोदी अपनी पार्टी के इस नेता की धमकी पर चुप नहीं रह सकते।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने 15 सितंबर को कांग्रेस लीडर राहुल गांधी को आतंकवादी बताया। उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं। उनको भारत से प्यार भी नहीं है। राहुल ने पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो वे अब सिखों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, ‘राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। देश की एजेंसियों को उन पर नजर रखनी चाहिए।’ दरअसल, राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं।
हालांकि रवनीत के बयान पर कर्नाटक पुलिस में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक सदस्य की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
कांग्रेस का जवाब: केंद्रीय मंत्री के बयान पर पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिसने राहुल गांधी के आगे-पीछे घूमकर अपना राजनीतिक करियर बनाया, वो सत्ता के लालच में विरोधियों की गोदी में बैठ कर सस्ते बयान दे रहा है। रवनीत बिट्टू को शास्त्रों में आस्तीन का सांप कहा गया है।
16 सितंबर को महाराष्ट्र के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, ‘राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इसका इनाम मिलेगा, जो भी राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख रुपए दिए जाएंगे।’
संजय ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान खतरे में होने का फर्जी नैरेटिव सेट कर वोट हासिल किए। आज वे आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पिछड़े वर्ग, ओबीसी और आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहती है। बुलढाणा में संजय पर FIR दर्ज कर ली गई है।
राहुल गांधी पिछले दिनों अमेरिका दौरे पर थे। भारत में आरक्षण कब तक चलेगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, “कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे। फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।” साथ ही उन्होंने कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी, कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं।
राहुल गांधी के इस बयान पर देशभर में उनका विरोध हुआ था। हालांकि राहुल गांधी ने कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया।