12 साल पुराने शीना बोरा मर्डर केस में बड़ा ट्विस्ट आया है। 25 साल की शीना की हत्या 24 अप्रैल, 2012 को कर दी गई थी। मुंबई से करीब 70 किमी दूर पेण के जंगलों में पुलिस को उसका कंकाल मिला था। केस की जांच कर रही CBI ने गुरुवार, 13 जून को मुंबई की स्पेशल कोर्ट में बताया कि जेजे हॉस्पिटल में रखा शीना का कंकाल अब गायब है।
शीना का कंकाल दो हिस्सों में था। जो हड्डियां गायब हैं, पुलिस ने उनका DNA टेस्ट नहीं कराया था। इस केस में शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी आरोपी हैं। इंद्राणी फिलहाल जमानत पर हैं।
क्या हड्डियां गायब होने से इस केस पर असर होगा, क्या CBI का पक्ष कमजोर होगा, इतना अहम सबूत गायब होने से क्या इंद्राणी मुखर्जी रिहा हो सकती हैं, दैनिक भास्कर ने ये सवाल इनवेस्टिगेशन ऑफिसर और एक्सपर्ट्स से पूछे।
शीना पर किताब लिखने वाले जर्नलिस्ट बोले- दो सैंपल थे, एक गायब हुआ
सीनियर इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट संजय सिंह ने शीना बोरा मर्डर केस पर ‘एक थी शीना बोरा’ नाम की किताब लिखी है। संजय बताते हैं, ‘सैंपल का गायब होना बहुत ही शॉकिंग है। इस केस में दो सैंपल कलेक्ट किए गए थे। पहला सैंपल 2012 में जमा किया था। इसे जांच के लिए पहले जेजे हॉस्पिटल और फिर नायर अस्पताल भेजा गया था।’
‘दूसरा सैंपल केस में CBI की एंट्री के बाद 2015 में खार पुलिस की मदद से कलेक्ट किया गया था। उसका फोरेंसिक और DNA टेस्ट करवाया गया है। मेडिकल रिपोर्ट भी आ चुकी है। इसलिए एक सैंपल के गायब होने के बावजूद आरोपी इस केस से बरी नहीं हो सकते।’
संजय आगे बताते हैं, ‘ इन सब चीजों से प्रॉसिक्यूशन को सुनवाई के दौरान दिक्कत आ सकती है। बचाव पक्ष सैंपल गायब होने की दलील देकर केस को थोड़ा और खींच सकता है।’