आम आदमी महंगाई से हो रहा बेहाल: दूध, दही, पनीर, सब्जी से लेकिर मोबाइल का रीचार्ज, बिजली भी महंगी
रायपुर। पहले से ही महंगाई से बेहाल आम आदमी को चुनाव के बाद जोर का झटका लगा है। लोकसभा चुनाव के बाद बीस से तीस फीसदी तक कीमतें बढ़ गई हैं। ज्यादा परेशानी रसोई के सामान को लेकर हो रही है। इसकी लगातार बढ़ती कीमत के कारण आम आदमी के घर के बजट में 50 फीसदी तक का इजाफा हो गया है। हर माह किसी न किसी सामान की कीमत में इजाफा हो रहा है। चावल स्थिति तो यह है कि चुनाव के बाद 10 से 12 रुपए रुपए किलो तक का इजाफा हो गया है। इसी के साथ दूसरे सामान की कीमत भी लगातार बढ़ रही है। दूध, दही, पनीर, सब्जी से लेकिर मोबाइल का रीचार्ज, बिजली भी महंगी हो गई है। घर बनाना भी महंगा हो गया है।
बिल्डिंग मटेरियल की कीमत भी लगातार बढ़ रही है। इस बात की चर्चा तो पहले से ही थी कि लोकसभा का चुनाव निपटने के बाद कई सेक्टरों में महंगाई का बड़ा तगड़ा झटका लगेगा। एक- एक करके कई सेक्टरों में कीमतें बढ़ाने का खेल चल रह है। पूरे बाजार में एक तरह से सिंडीकेट का कब्जा हो गया है। एक-एक करके सामान की कीमत बढ़ाने का खेल चल रहा है। हालांकि कुछ सामानों की कीमत बढ़ने का कारण उत्पादन कम होना या मौसमी भी होता है लेकिन ज्यादातर सामान की कीमत बढ़ने के पीछे मुनाफाखोरी का ही खेल चल रहा है। सबसे ज्यादा मुनाफाखोरी का खेल चिल्हर में चल रहा है। एक ही सामान की कीमत एक ही शहर में अलग-अलग रहती है। किचन का हर सामान महंगा होते जा रहा है। एक सामान की कीमत को एक सीमा पर ले जाकर छोड़ने के बाद दूसरे सामान को पकड़ लिया जाता है। कारोबारियों को किसी सामान में एक छोटा सा कारण नजर आने की देर नहीं कि उस सामान की कीमत को आसमान पर पहुंचाने में सब जुट जाते हैं।
चावल की कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है। अब तो खुले बाजार में मोटा चावल थोक में 40 रुपए और चिल्हर में 45 रुपए किलो हो गया है। जहां तक पतले चावल का सवाल है को अब कोई भी पतला चावल 70 रुपए किलो से कम का नहीं है। काली मूंछ केसर मलाई चावल थोक में 62 से 65 रुपए हैं। जहां तक चिल्हर का सवाल है ,तो चिल्हर में यह 68 से 70 रुपए तक बिक रहा है, इसी तरह से एचएमटी चावल थोक में 50 से 58 और चिल्हर में 55 से 65 रुपए, जय श्री राम चावल थोक में 60 से 65 और चिल्हर में 68 से 70 रुपए है। जवां फूल चावल थोक में 74 से 80 और चिल्हर में 85 से 90 रुपए है। बासमती चावल की कीमत थोक में 90 से 140 और चिल्हर में 100 से 160 रुपए है। ज्यादातर चावलों की कीमत चुनाव के बाद 10 से 12 रुपए किलो पर बढ़ी है।
अरहर दाल की कीमत फिर आसमान पर चली गई है। चुनाव से पहले इसकी कीमत अच्छी क्वालिटी की 160 रुपए थी जो अब 190 से 200 रुपए हो गई है। साल के प्रारंभ में अच्छी क्वालिटी की दाल 140 रुपए में मिल रही थी। चुनाव से पहले इसकी कीमत में 20 रुपए का इजाफा हुआ और अब तक 40 रुपए का इजाफा हो गया है। अन्य दालों की बात करें तो मूंग दाल चिल्हर में 140 से 150 रुपए और उड़द दाल धुली 160 रुपए किलो है। देशी चना थोक में 70 से 75 और चिल्हर में 90 रुपए किलो बिक रहा है। काबुली चना 180 रुपए किलो हो गया है। मटर थोक में 80 से 85 और चिल्हर में 95 से 100 रुपए किलो बिक रहा है। सभी तरह की दालों की कीमत चुनाव के बाद 10 से 20 रुपए बढ़ गई है।
आमतौर पर आलू की कीमत चिल्हर में 15 से 25 रुपए के बीच रहती है, लेकिन चुनाव के बाद इसकी कीमत में पहली बार बड़ी तेजी सामने आई है। इसकी कीमत थोक में 25 से 28 और चिल्हर में 35 से 40 रुपए हो गई है। इसकी कीमत का चिल्हर में कोई माई-बाप नहीं है। जिसकी जितनी मर्जी उतने में बेच रहा है। प्याज की कीमत भी चिल्हर में 40 रुपए हो गई है। प्याज चुनाव के पहले 20 रुपए किलो था।
किचन के सामानों में मसालों की कीमत भी लगातार बढ़ रही है। मसालों की कीमत में 25 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। हालांकि अब जीरा 800 रुपए से कम होकर 440 रुपए पर आ गया है। लेकिन यह कीमत अब भी डबल से ज्यादा है, क्योंकि जीरा कभी 200 रुपए किलो से ज्यादा नहीं जाता था। इलायची की कीमत में अचानक 15 सौ रुपए की तेजी आई है। 25 सौ वाली इलायची चार हजार रुपए किलो हो गई है। लहसुन की कीमत चिल्हर में 300 रुपए हो गई है। सब्जियों की कीमत भी आसमान पर है।