मास्टर, बाबू, पटवारी, तहसीलदार, डिप्टी कलेक्टर और सफाईकर्मी से लेकर ड्राइवर तक सभी हड़ताल पर
रायपुर //-
प्रदेशभर के लगभग चार लाख कर्मचारी अधिकारी एक बार फिर आंदोलन की राह पर है। आगामी 27 सितंबर को राज्य के समस्त 33 जिला मुख्यालयों में कर्मचारीयों अधिकारियों द्वारा एक बार फिर जोरदार हल्ला बोला जाएगा।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल वर्मा एवं नेतागण राजेश चटर्जी, चंद्रशेखर तिवारी, राजनारायण द्विवेदी, केदार जैन, मनीष मिश्रा एवं जाकेश साहू ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि आगामी 27 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रर्दशन कर रैली निकाली जाएगी साथ ही सभी जिला कलेक्टरों को डीए सहित विभिन्न मांगो को लेकर ज्ञापन सौपा जाएगा।
फेडरेशन संयोजक कमल वर्मा, राजेश चटर्जी एवं चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि प्रदेश में मोदी की गारंटी पूरी तरह फेल हो चुकी है। यहां कर्मचारियों की मूल मांगे तो दूर डीए जैसे मूलभूत चीजें भी नसीब नहीं हो पा रही है। जबकि नवंबर 2023 में विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र को मोदी की गारंटी कहकर राज्य के कर्मचारियों और अधिकारियों से बहुत सारे वादे किए थे।
साथ ही यह भी कहा था कि केंद्रीय कर्मचारियों का डीए जब जब बड़ेगा तब तब राज्य कर्मचारियों का भी डीए तत्काल बढ़ाया जाएगा। लेकिन छत्तीसगढ़ में मोदी की गारंटी फेल हो चुकी है। आज हमे डीए जैसे पूरक, छोटी एवं अनिवार्य मांगो के लिए भी सड़क पर उतरना पड़ रहा है।
फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष केदार जैन, मनीष मिश्रा एवं नेतागण राजनारायण द्विवेदी, जाकेश साहू, कृष्णकुमार नवरंग, शिव सारथी, धरमदास बंजारे, शंकर साहू, विक्रम राय, चेतन बघेल, छोटेलाल साहू, भूपेंद्र गिलहरे, ललित बिजोरा, कमलदास मूरचूले, सुखनंदन यादव, चंदूलाल चंद्राकर, दयालु राम साहू, उमेश मुदलियार, राजीव वर्मा, पीतांबर पटेल, सुरेश वर्मा, सुमन शर्मा, चंद्रशेखर चंद्राकर, कमलेश बिसेन आदि ने प्रदेशभर के कर्मचारियों एवं अधिकारियों से अपील की है कि आगामी 27 सितंबर को राज्य में सभी विभागों के कर्मचारी एवं अधिकारी एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे।
संगठन ने इसके संबंध में प्रदेश के सभी 33 जिला एवं 146 ब्लाक संयोजकों को अपने अपने स्तर पर तैयारियां करने का आग्रह किया है। साथ ही आंदोलन को सफल बनाने की अपील की गई है।