नेताम को नहीं मिलेगा गोगपा का साथ
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम विधानसभा चुनाव में अपनी जमीन तलाश रहे हैं। उनकी राजनीति सर्व आदिवासी समाज के इर्द-गिर्द है। इस परिपेक्ष में उन्होंने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से भी गठबंधन की पेशकश की। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री नंदकिशोर राज से उन्होंने संपर्क किया। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम ने बताया कि पार्टी ने अरविंद नेताम के साथ किसी भी तरह के गठबंधन से इनकार कर दिया है। उन्होंने बताया कि अरविंद नेताम की पार्टी का पंजीयन अभी नहीं हुआ है और पार्टी सिंबल भी होने प्राप्त नहीं हुआ है। कभी बीजेपी और कभी कांग्रेस का दामन थामने के कारण सर्वाधिक समाज में उनकी कितनी पकड़ है और वह कितना चुनाव के समीकरण को प्रभावित करेंगे यह आने वाला समय ही बताएगा। तुलेश्वर सिंह मरकाम ने बताया कि इस विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी फिलहाल 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। कालांतर में पार्टी सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकती है। गति विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को उम्मीदवार नहीं मिल रहे थे, इसलिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 40 सीटों पर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था। इस बार पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
मध्य प्रदेश में 80 सीटों पर उतरेंगे प्रत्याशी
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मध्य प्रदेश में 80 सीटों पर अपने प्रत्याशीं उतारेगी। पिछले चुनाव में अमरवाड़ा और वयामाही सीट पर उनके उम्मीदवार दूसरे नंबर पर थे। कई विधानसभा सीटों में उनके प्रत्याशी तीसरे पोजीशन पर थे। वोटों के प्रतिशत से भी पार्टी मध्यप्रदेश में अपने प्रदर्शन को लेकर संतुष्ट दिख रही है।
सर्व आदिवासी समाज में हुआ दो फाड़
तुलेश्वर सिंह मरकाम ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सर्व आदिवासी समाज में दो फाड़ हो चुका है। एक धड़ा मुख्यमंत्री के समर्थन में है और चुनाव नहीं लड़ने का मन बना चुका है। दूसरा धड़ा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संपर्क में है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस विधानसभा चुनाव में उनके वोटो के प्रतिशत में खाता इजाफा होगा। यदि छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच नजदीकी मुकाबला होता है तो, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बहुजन समाज पार्टी किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं।