नाला बना मुसीबत: कई बार निर्माण मांग किए जाने के बाद भी नहीं हुआ समाधान, पार्षद खुद उतरे नाले की सफाई करने
दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के एक पार्षद का नाला साफ करते हुए वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है. लोग पार्षद के इस वीडियो को खूब शेयर भी कर रहे हैं. लेकिन इस वीडियो के पीछ निगम की बड़ी लापरवाही और जनप्रतिनिधी की पीड़ा है, जिसके बारे में शायद ही लोगों को जानकारी होगी.
दरअसल, दंतेवाड़ा के वार्ड क्रमांक 8 में सालों पहले बना एक नाले में 2 वार्डों का पानी निकलता है. नाले की बनावट सही ढंग से नहीं की गई, जिसके कारण बारिश में इस नाले का पानी वार्ड क्रमांक 8 के सड़कों और घरों तक घुस जाता है. नाले के गंदे पानी के कारण स्थानीय लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है. इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने कई सालों से नाले में सुधार करने की मांग की है. लेकिन अब तक इसका समाधान नहीं किया गया.
स्थानीय लोगों ने इस बारिश में फिर घर घुस रहे नाले के पानी से तंग आकर अपने पार्षद पर नाराजगी जताई. जिसके बाद पार्षद चंदन सिंह ध्रुव खुद इस नाले को साफ करने उतर गए. इस दौरान पार्षद का वीडियो बनाया गया जा इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. लेकिन अब सवाल ये उठता है कि आखिर नाले पर पार्षद को उतरने की आवश्यक्ता क्यों पड़ी ?
पार्षद ने बताया खुद नाला साफ करने की वजह:
नाला साफ करने के वीडियो को लेकर पार्षद चंदन सिंह ध्रुव ने बताया कि वार्ड वासियों के दर्द को नकारा नहीं जा सकता है. नाले की समस्या यहां कई सालों से है और नाले के बनवाने के लिए ही जनता ने उसे वोट देकर पार्षद चुना था. पार्षद ने बताया कि परिषद की बैठक में कई बार उन्होंने नाले के मुद्दे को उठाया, लेकिन पास ही नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि नगर प्रशासन बात ही नही सुन रहा है. यदि इन लोगों ने हमें चुना है तो कुछ तो करना ही पड़ेगा. ये कोई स्टंट नहीं है. सिस्टम नकारा है. जनता को हमें जवाब देना है.
पार्षद ने कहा कि मुझे कोई शौक नहीं है नाले में नंगे पांव उतरने का. नाले के अंदर कांच, जीव-जंतु सभी का खतरा रहता है. उन्होंने आगे कहा- हार गए हैं हम नगर प्रशासन से. दो वार्डों का पानी इसी नाले से हो कर गुजरता है, जिसके कारण बहाव तेज हो जाता है. नाला कई साल पहले बनाया गया था, टेड़ा-मेढा बना है. इसी वजह से पानी बाहर आता है और सड़क पर भरता है. इतना ही नहीं लोगों के घरों तक पहुंचता है. इस समस्या का निदान तभी होगा जब नाले का नए सिरे से निर्माण हो.