अमरवाड़ा उपचुनाव : विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीती 7 सीट, क्या अब खिलेगा ‘कमल’
लोकसभा चुनाव के बाद अब लोगों का ध्यान विधानसभा की ओर चला गया है. वहीं विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 17 उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म जमा किए हैं. हालांकि, नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 26 जून है, जिसके बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि कितने दावेदार मैदान में रहेंगे. इस उपचुनाव में एक महत्वपूर्ण मोड़ यह है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए कमलेश शाह को ही अपना प्रत्याशी बनाया है.
कमलेश शाह – ‘कांग्रेस से बीजेपी तक का सफर’
छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर पहले कांग्रेस विधायक रहे कमलेश शाह ने हाल ही में इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा था. उनके इस्तीफे के बाद इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा की गई. चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, 21 जून को नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख थी.
आखिरी दिन 8 नामांकन दाखिल
नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख 21 जून को कुल 8 नामांकन फार्म जमा किए गए. पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक कुल 17 अभ्यर्थियों द्वारा 26 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए गए. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के अनुसार, इन सभी नाम निर्देशन पत्रों की जांच 24 जून को की जाएगी. नाम वापसी की अंतिम तारीख 26 जून है. मतदान 10 जुलाई को होगा और मतगणना 13 जुलाई को की जाएगी.
बीजेपी का रणनीतिक दांव
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करते हुए कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायक कमलेश शाह को अपना उम्मीदवार बनाया है. यह निर्णय बीजेपी के भीतर और बाहर दोनों जगह चर्चा का विषय बना हुआ है. विशेष रूप से इसलिए क्योंकि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छिंदवाड़ा की सभी 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी. अब यह उपचुनाव तय करेगा कि यह सीट बीजेपी के पास जाती है या कांग्रेस फिर से कब्जा करेगी.
चुनावी समीकरण और संभावनाएं
वहीं अमरवाड़ा उपचुनाव में कई दावेदारों के मैदान में उतरने से मुकाबला रोचक हो गया है. हालांकि, प्रमुख मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है. कांग्रेस की तरफ से अब तक प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया गया है, लेकिन पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, एक मजबूत उम्मीदवार को मैदान में उतारा जाएगा.
नामांकन प्रक्रिया और आगामी कार्यक्रम
इसके अलावा आपको बता दें कि चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार, 24 जून को नाम निर्देशन पत्रों की जांच की जाएगी. इस जांच के बाद ही यह साफ होगा कि कौन-कौन से उम्मीदवार चुनावी दौड़ में बने रहेंगे. 26 जून को नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख है, जिसके बाद चुनावी मैदान की तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी. 10 जुलाई को मतदान होगा, जबकि मतगणना 13 जुलाई को की जाएगी