छत्तीसगढ़ दस्तावेज लेखक एवं स्टांप वेंडर संघ की हड़ताल, NGDRS सिस्टम, सुगम एप में अनियमितता समेत कई समस्याओं को लेकर प्रदेशभर से हजारों कर्मचारी कर रहे प्रदर्शन
रायपुर. छत्तीसगढ़ दस्तावेज लेखक एवं स्टांप वेंडर संघ की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रहा. दस्तावेज और स्टांप वेंडर जगह चयनित करने, NGDRS सिस्टम, सुगम एप में अनियमितता सहित कई समस्याओं को लेकर रायपुर के तहसील ऑफिस में प्रदर्शन कर रहे. इस प्रदर्शन में प्रदेशभर से करीब 8 से 10 हजार कर्मचारी शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ दस्तावेज लेखक एवं स्टांप वेंडर संघ के अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने बताया कि प्रदेशभर के पंजीयन कार्यालय में वर्षों से अवैतनिक सेवा देने वाले दस्तावेल लेखक एवं स्टाम्प विक्रेता अपनी जायज मांगों को पूरा कराने विभिन्न चरणों में शासन-प्रशासन को अपना मांग पत्र सौंपा चुके हैं, लेकिन इन मांगों पर कभी भी विचार नहीं किया गया.
इसके कारण दस्तावेज लेखकों और स्टाम्प विक्रेता द्वारा अपने प्रदेश संघ के माध्यम से एक दिवसीय कलम बंद हड़ताल किया गया. इसके बाद एक सप्ताह काली पट्टी लगाकर विरोध स्वरूप काम किए. सितंबर में तीन दिवसीय हड़ताल पर जाने का निर्णय लेकर पुनः ज्ञापन दिया गया था, जिस पर महानिरीक्षक ने वार्ता के लिए आंमत्रित किया था.
संघ के अध्यक्ष गुप्ता ने बताया, हमारी समस्यों को 15 दिवस के अंदर पूरा किए जाने का आश्वासन दिया गया था परंतु एक माह बीत जाने पर भी हमें अवगत नहीं कराया. जानकारी के लिए हमने 10 अक्टूबर को पत्र लिखा, जिसका कोई जवाब नहीं आया. इस बीच नये नये योजनाओं (आईटी साल्युशन, एनजीडीआरएस, ई-स्टाम्प) को लागू कर हमें करने को दिया गया है. हम अब तक बहुत ही सहजता से सभी योजनाओं व प्रक्रियाओं को स्वीकार कर पालन किया, परंतु हमारी समस्याओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
उन्होंने बताया एक नई योजना (सुगम एप) को लागू कर दिया गया है, जिसके माध्यम से आम व्यक्ति द्वारा घर बैठे रजिस्ट्री करा सकने का प्रचार किया जा रहा है. यह एक प्रकार से दस्तावेज लेखकों और स्टाम्प विक्रेताओं को बेरोजगार करने का उपक्रम प्रतीत हो रहा है इसलिए अब हम शासन से अपनी आजीविका की सुरक्षा की गारंटी के साथ विभिन्न मांगों को लेकर 21 अक्टूबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य हुए हैं.