रुझानों में सिक्किम में SKM और अरुणाचल में BJP सरकार:SKM 32 में से 31 सीटों पर आगे; भाजपा को 60 में से 43 पर बढ़त
अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) को रुझानों में फिर बहुमत मिल गया है। उधर, अरुणाचल प्रदेश में भाजपा फिर सरकार बनाती दिख रही है। भाजपा यहां 10 सीटें निर्विरोध जीत चुकी है। अरुणाचल और सिक्किम विधानसभा के लिए 19 अप्रैल को एक चरण में वोटिंग हुई थी।
अरुणाचल विधानसभा में 60 और सिक्किम में 32 सीटें हैं। 2019 में अरुणाचल में भाजपा ने 42 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। वहीं, सिक्किम में SKM 32 में से 17 सीटों के साथ सरकार में काबिज है।
सिक्किम: SKM सत्ता में, प्रेम सिंह सीएम
SKM की स्थापना 4 फरवरी 2013 को सोरेंग शहर में हुई थी। यह 5 साल सत्ता में रह चुकी है। स्थापना के दौरान भारती शर्मा अध्यक्ष चुनी गईं। वे सिक्किम के किसी राजनीतिक दल की पहली महिला अध्यक्ष हैं।
SKM की स्थापना में टीचर रहे प्रेम सिंह तमांग यानी पीएस गोले की अहम भूमिका रही। पहले वे डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी SDF के प्रमुख लोगों में से एक थे। वे सिक्किम सरकार में मंत्री भी रहे। फिर 2009 में उनका सिक्किम के पूर्व CM पवन कुमार चामलिंग से मनमुटाव हो गया।
2019 में SKM जीती तो गोले मुख्यमंत्री बने। गोले की अगुआई में SKM ने 2014 के विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीतीं और मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा भी हासिल किया।
अरुणाचल: BJP नेता पेमा खांडू मौजूदा CM, उनके पिता भी CM रहे
मौजूदा CM पेमा खांडू अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के बेटे हैं। पेमा पहली बार जुलाई 2016 में CM बने थे। तब वे कांग्रेस में थे। CM बनने के बाद सितंबर में पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में शामिल हुए, फिर दिसंबर 2016 में BJP में शामिल हो गए। इससे पहले वे नबाम तुकी की सरकार में पर्यटन, शहरी विकास और जल संसाधन मंत्री थे।