राधिका खेड़ा ने भेजा नोटिस, भूपेश-बैज को चैलेंज:रायपुर में कहा- मां की कंपनी को सरकार ने पेमेंट किया, सबूत दें तो छोड़ दूंगी राजनीति

छत्तीसगढ़ कांग्रेस और भाजपा नेता राधिका खेड़ा में उनकी मां की कंपनी को लेकर आरोपों पर विवाद बढ़ता जा रहा है। राधिका ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और प्रवक्ता वंदना राजपूत को लीगल नोटिस भेजा है। साथ ही बैज और पूर्व CM भूपेश बघेल को चैलेंज किया है।
राधिका ने कहा, अगर भूपेश बघेल और बैज 48 घंटे में सबूत दें कि उनकी मां की कंपनी को सरकार ने पेमेंट किया तो वे राजनीति छोड़ देंगी। राधिका ने यह भी कहा कि अगर चैलेंज पूरा नहीं कर सके तो यही काम बघेल और बैज को भी करना होगा।
कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि, भूपेश शासन में उनकी मां की कंपनी ने सरकार के लिए कुछ विज्ञापन फिल्में बनाईं और लाभ कमाया। तब के कुछ पेंडिंग बिल थे। इस वजह से सरकार बदलने के बाद कांग्रेस नेताओं से उन्होंने विवाद किया और पार्टी छोड़ दी।

राधिका ने कहा कि मेरी मां फिल्ममेकर हैं। उन्होंने यहां राम वन गमन पथ पर डॉक्यूमेंट्री शूट करने के लिए सरकार की प्रोटेक्टेड साइट पर शूटिंग की परमिशन मांगी थी। कोई पैसा नहीं मांगा गया। मैं ये मांग करती हूं कि बैज और उनके नेता सार्वजनिक रूप से मेरी मां से माफी मांगें।
राधिका ने सवाल किया कि, कांग्रेस ने उन पर निराधार आरोप सिर्फ इसलिए लगाए कि क्योंकि, मैंने मेरे साथ जो हुआ वो बात दुनिया के सामने लाई और पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस मेरे चरित्र हनन के लिए झूठी अफवाहें फैला रही है।
राधिका ने कहा कि, मैं देख रही हूं कि कांग्रेस पदाधिकारी लगातार झूठ फैला रहे हैं कि मेरी मां का कोई बिल छत्तीसगढ़ सरकार में अटका है, जिसके कारण मैंने भाजपा का दामन थामा। मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि मेरी मां ने छत्तीसगढ़ में एक भी रुपया का सरकारी काम नहीं किया है।

दरअसल, 9 सितंबर को राधिका खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें कहा था कि, कांग्रेस घर की महिला को तो न्याय नहीं दिला सकती है, अब छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रही है। राधिका ने भूपेश बघेल को महिला विरोधी बता दिया था।
इसी के जवाब में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा था, राधिका से कोई अभद्रता नहीं हुई थी। उन्हें अपनी मां की कम्पनी और चंदखुरी पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म के बिल की चिंता थी, इसीलिए उन्होंने सारा षड्यंत्र रचा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर झूठे आरोप लगाए।
5 मई 2024 को राधिका खेड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। वो कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं। अलग-अलग राजनीतिक मामलों में मीडिया में कौन बयान देगा इस बात पर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और राधिका के बीच कहासुनी हो गई।
राधिका ने दावा किया कि उनके साथ बुरा बर्ताव सुशील आनंद शुक्ला ने किया। शुक्ला पर कोई एक्शन नहीं लिए जाने से दुखी होकर उन्होंने भाजपा ज्वाइन की। बाद में शुक्ला की ओर से कहा गया था कि राधिका के साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया गया है।