संगठन ने दी प्रदेश मंत्री की जिम्मेदारी
रायपुर। कोरबा लोकसभा के चुनाव में विकास महतो सशक्त दावेदार के रूप में सामने आए हैं।
संगठन ने उनकी सक्रियता को देखते हुए प्रदेश मंत्री की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। कोरबा लोकसभा में हालांकि अन्य दावेदार भी हैं, किंतु संगठन स्तर पर उनकी सक्रियता को देखते हुए तय माना जा रहा है कि कोरबा लोकसभा से पार्टी उन्हें अपना उम्मीदवार बना सकती है। विधानसभा चुनाव में भी विकास महतो ने न सिर्फ कोरबा, बल्कि रामपुर, कटघोरा के अलावा अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार के अलावा खासा जनसंपर्क किया था। उनकी सक्रियता के कारण ही कोरबा, कटघोरा व अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। संगठन स्तर पर भी उन्होंने काफी सक्रिय भूमिका अदा करते हुए मजबूती का काम किया। जानकारी मिली है कि एक पखवाड़े के भीतर भाजपा छत्तीसगढ़ के कई उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर कोरबा लोकसभा की तमाम विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा संगठन के पदाधिकारी में खासा जोश और उत्साह देखा जा रहा है।
जिले में बढा कद
भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में कोरबा जिले के भीतर विकास महतो का कद और बढ़ गया है। इसके पहले वे प्रदेश कार्य समिति सदस्य थे। उन्होंने भाजपा की लगातार सक्रिय राजनीति की। संगठन ने जो भी आदेश किया, उसे शिरोधार्य माना और लग गए आदेश का पालन करने में। सतत राजनीति का यह सिलसिला लगातार चलता रहा। एक समय ऐसा आया, जब संगठन ने उन्हें कोरबा विधानसभा के चुनाव में कद्दावर कांग्रेस नेता जय सिंह अग्रवाल के सामने विधानसभा की टिकट दे दी। इस चुनाव में भी उन्होंने जबरदस्त दमखम के साथ उनका सामना किया। संगठन किनारे था। केवल उनकी टीम ने इस चुनाव में अपनी दमदार दस्तक दी। परिणाम में लगभग 11000 मतों से उनकी हार हुई, वह भी तब जब भाजपा की दिग्गज हजारों मतों से परास्त हो गए थे।
निखर रहे हैं बाबूजी की राजनीति विरासत
छत्तीसगढ़ में जनसंघ की राजनीति में सक्रिय भूमिका अदा करने वाले पूर्व सांसद व डाक्टर बंसीलाल महतो की राजनीतिक विरासत को निखारने में विकास महतो बखूबी भूमिका निभा रहे हैं। स्वर्गीय बंसीलाल महतो को सांसद बनने में भी उनके पुत्र विकास महतो ने चुनाव प्रबंधन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई थी। उसके बाद से लेकर अब तक विकास महतो ने पीछे पलट कर नहीं देखा। विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने कोरबा में मिसाल पैदा कर दी। संगठन के न्यूट्रल होने के बाद भी उन्होंने जयसिंह अग्रवाल को जबरदस्त टक्कर दी। इसके कारण खासी व्यापारिक हानी भी उठानी पड़ी। उसके बाद विकास महतो कोरबा लोकसभा में यूथ आइकन बन गए। विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान सभी विधानसभा क्षेत्रों में उनके भाषणों के दौरान क्या युवा क्या महिलाएं क्या बुजुर्ग में तालियों की गड़गड़ाहटों के साथ आत्मसात किया। इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने ये साबित कर दिया कि वे आने वाले समय में संगठन के केंद्र बिंदु के तौर पर उभरेंगे। कहते हैं ना मैं अकेला ही चला था जानिब ए मंजिल मगर, लोग साथ आते गए और कारवां बनता चला गया।