छत्तीसगढ़

भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर साधा निशाना, EVM की बैटरी को लेकर चुनाव आयोग को भी घेरा

छत्तीसगढ़  के पूर्व सीएम और महाराष्ट्र कांग्रेस  के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर करारा निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र जनता महायुति सरकार को उखाड़ फेंकने को तैयार है। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है कि शिवाजी की मूर्ति तक गिर गई। इस दौरान उन्होंने की बैटरी को लेकर चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा। साथ ही पूर्व सीएम ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की जीत का दावा किया।

बता दें कि विगत मंगलवार (15 अक्टूबर) को चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित की थी। 288 सीटों वाले महाराष्ट्र में एक चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।

महाराष्ट्र कांग्रेस के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र सरकार पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि महाराष्ट्र जनता इस सरकार से ऊब चुकी है। राज्य में बिना कमीशन दिए कोई काम नहीं होता है। वहीं क्राइम का बोलबाला है। यहां बीच सड़क पर नेता को मार दिया जाता है।

बघेल ने भारतीय चुनाव आयोग को भी घेरा है. उन्होंने ईवीएम की बैटरी पर भी सवाल खड़े किए। साथ ही कहा कि पाकिस्तान में पहले अंपायर भी उनकी टीम की तरफ से खेलते थे। वैसे ही भारत की चुनाव एजेंसियां बीजेपी की तरफ से खेलती हैं। चुनाव आयोग ने जो बैटरी इजाद की है वो 60 फीसदी इस्तेमाल करने के बाद अपने आप 99 फीसदी हो जाती है। उसका सार्वजनिक प्रदर्शन होना चाहिए।

हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस महाराष्ट्र में कोई भी जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। इसे देखते हुए पार्टी की तरफ से 11 बड़े नेताओं को बतौर पर्यवेक्षक तैनात किया है। इन नेताओं में भूपेश बघेल के अलावा, टीएस सिंहदेव, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी सहित अन्य नेताओं का नाम शामिल हैं। कांग्रेस ने महाराष्ट्र के 5 क्षेत्रों के लिए 2-2 पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। इसके अलावा विदर्भ के लिए तीन पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है।

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