छत्तीसगढ़

कलेक्टर राहुल देव ने डायरिया की स्थिति को लेकर की बैठक, अधिकारियों को लगाई फटकार, प्रभाव को नियंत्रित करने दिए सख्त निर्देश

मुंगेली। कलेक्टर राहुल देव ने जिले में डायरिया के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने डायरिया के रोकथाम और प्रभावी उपायों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य अमला पूरी तत्परता से कार्य करे और गांवों में कहीं भी डायरिया पीड़ित मरीजों की सूचना तत्काल स्वास्थ्य केंद्र और जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं, ताकि मेडिकल टीम भेजकर उनकी बेहतर चिकित्सा की जा सके।कलेक्टर ने बैठक के दौरान दुल्लापुर सहित अन्य गांवों में डायरिया फैलने के कारणों की विस्तृत समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने डायरिया पीड़ित मरीजों की मृत्यु के मामलों की जांच के लिए एक टीम गठित की और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी।कलेक्टर ने पीएचई विभाग के ई.ई. को पानी के स्रोतों का नियमित परीक्षण कराने के निर्देश दिए, ताकि स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। नगरीय निकायों के सीएमओ, जनपद पंचायत के सीईओ, चिकित्सा अधिकारियों, मितानिनों और स्वच्छता दीदियों को डायरिया के प्रभाव को रोकने के लिए पूरी सतर्कता और तत्परता से काम करने के निर्देश दिए। एसडीएम को चिकित्सा अधिकारियों की नियमित बैठकें लेने और डायरिया के रोकथाम के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाने के लिए भी कहा गया।कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय के अधिकारियों से अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सकों के समय पर आने, आईसीयू को अप-टू-डेट रखने, एच.आर. प्रबंधन को मजबूत करने, डॉक्टरों की ऑन-कॉल उपस्थिति और मरीजों की समस्याओं के निवारण पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों और स्टॉफ को यूनिफॉर्म पहनने के निर्देश दिए और गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी प्राथमिक रूप से जिला चिकित्सालय में सुनिश्चित कराने को कहा।कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय के अधिकारियों से अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सकों के समय पर आने, आईसीयू को अप-टू-डेट रखने, एच.आर. प्रबंधन को मजबूत करने, डॉक्टरों की ऑन-कॉल उपस्थिति और मरीजों की समस्याओं के निवारण पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों और स्टॉफ को यूनिफॉर्म पहनने के निर्देश दिए और गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी प्राथमिक रूप से जिला चिकित्सालय में सुनिश्चित कराने को कहा।जिला कार्यक्रम प्रबंधक गिरीश कुर्रे ने बताया कि डायरिया प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य जांच, दवाईयों का वितरण, और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मितानिनों और आरएचओ द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता फैलाने के साथ-साथ डायरिया की शिकायत मिलने पर उपचार के लिए 9406275514 पर संपर्क किया जा सकता है।

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