कोरबा – बेटों को सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर रिटायर्ड एसईसीएल कर्मी से लाखों की ठगी, पुलिस ने दर्ज किया मामला
कोरबा – बेरोजगारी की समस्या उस बीमारी की तरह है अगर समय रहते इसका इलाज ना किया तो यह लाईलाज रहा जाता है। एक उम्र के बाद रोजगार ना मिले तो वह जीवन भर बेरोजगार रह जाता है। समाज में आज बेरोजगारी की समस्या बड़ी समस्या बन गई है। ऐसे में लोगों को जैसे भी हो नौकरी चाहिए और अगर सरकारी नौकरी मिल जाए तो फिर क्या कहने। वर्तमान में भारी महंगाई में अपने बच्चों को सरकारी नौकरी मिल जाए यह सपना आज हर मां बाप देखते हैं,उनका जीवन संवर जाए ये सोचते हैं। ऐसे ही एक सपने को हकीकत में बदलने का भरोसा देकर पैसों की ठगी करने का मामला कोरबा जिले के दीपका थाना में बीते दिन दर्ज किया गया है। जिसमें रिटायर्ड एसईसीएल कर्मी से उनके दो बेटों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 8,72000 रुपए की ठगी कर ली गई है। जिसकी शिकायत दीपका थाने में दर्ज की गई है। जिसमें ठगी का शिकार हुए ओंकार सिंह कंवर पिता लछन सिंह कंवर पता पुरानी बस्ती दीपका ने बताया कि वे SECL के रिटायर्ड कर्मचारी हैं, जिनसे कैलाश भट्ट निवासी बरपारा कोहडिया कोरबा द्वारा उनकेलड़के अरूण कुमार व दीपक कुमार को सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी कर 8,72000 रूपये हड़प लिया गया है। पूरे मामले को लेकर दीपका पुलिस ने भारतीय दंड विधान के 420 धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया है। चुकी मामला नए कानून बनने से पूर्व का है इसलिए पुराने कानून के तहत धारा का जिक्र किया गया है। दीपका पुलिस ने पीड़ित ओंकार सिंह कंवर पिता लछन सिंह कंवर उम्र 65 साल निवासी वार्ड क्रमांक 04 पुरानी बस्ती दीपका का बयान दर्ज किया जिसके तहत पीड़ित ने बताया कि वह SECL गेवरा का रिटायर्ड कर्मचारी है। अगस्त 2021 में SECL से रिटायर्ड हुआ,उसके 03 लड़के एवं 01 लड़की है। पुत्र अरूण कुमार कंवर एवं दीपक कुमार कंवर पाई लिखाई करने के बाद नौकरी नही लगने से प्राईवेट नौकरी करते है। एवं पिता के साथ रहते है। पीड़ित के साढु सुबेर सिंह कंवर के माध्यम से कैलाश भट्ट से उसका परिचय हुआ था, कैलाश भट्ट का पीड़ित के घर आना जाना था कैलाश भट्ट ने रायपुर में छत्तीसगढ़ शासन के मंत्रालय में उसका पकड़ है,तुम्हारे लड़के अरूण कुमार कंवर का महिला बाल विकास में ड्रायवर का तथा लड़का दीपक कुमार कंवर को पुलिस विभाग में आरक्षक का सरकारी नौकरी लगवा दूंगा कहकर भरोसे में ले लिया तब जिससे ओंकार सिंह कंवर उसके झुठे झांसे में आकर SECL के रिटायर मेंट में मिले पैसे और घर के जेवर को बेच कर माह जून 22022 से अक्टुबर 2022 के दरम्यान किस्तो में नगद एवं गांव के भुनेश्वर यादव के फोन पे के माध्यम से कैलाश भट्ट को कुल 9,37000 रूपये दोनो लड़को के सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर अपने घर में दिया था। उक्त रकम लेने के बाद कैलाश भट्ट मेरे दोनो लड़के अरूण कुमार व दीपक कुमार कंवर का नौकरी नहीं लगाया तब उससे अपने दिए पैसों को वापस मांगने लगा तब कैलाश भट्ट झुठ बोलकर घुमाते रहा फिर दिनांक 21 अगस्त 2023 को कैलाश भट्ट कोरबा न्यायालय में गांव के भरत लाल श्रीवास के समक्ष सटाम्प पेपर में इकरार नामा कर नौकरी लगाने के नाम पर लिये 9.37000 को 21 अक्टुबर 2023 तक वापस करने हेतु नोटरी कर दिया था किन्तु कैलाश भट्ट ने मात्र 6,5000 हजार रूपये वापस किया। शेष रकम 8,72000 रूपये को वापस नहीं किया। अंत में थक हारकर कैलाश भट्ट पिता पुरण लाल भट्ट निवासी बड़पारा कोहडिया रामपुर चारपारा कोरबा का लड़के अरूण कुमार, दीपक कुमार की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी कर कुल 8,72000 रूपये हड़प की लिखित शिकायत दीपका थाने में करते हुए न्याय दिलाने की मांग दीपका पुलिस ने ओंकार सिंह कंवर द्वारा की गई है। जिस पर दीपका पुलिस अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही कर रही है।