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चाहे आप व्यावसायिक यात्री हों या पर्यटक, यह शेड्यूल सुनिश्चित करता है कि आप तरोताज़ा होकर पहुँचेंगे और आने वाले दिन के लिए तैयार होंगे. रात भर यात्रा करने की सुविधा यात्रियों को अपने समय का अधिकतम लाभ उठाने की अनुमति देती है, जो पारंपरिक, धीमी ट्रेन सेवाओं की तुलना में एक बड़ा लाभ है. प्रमुख स्टॉप और कुशल मार्ग अंबाला कैंट, लुधियाना, जम्मू तवी और श्री माता वैष्णो देवी कटरा जैसे प्रमुख स्टेशनों पर सीमित स्टॉप के साथ, वंदे भारत स्लीपर महत्वपूर्ण शहरों के साथ कनेक्टिविटी सुनिश्चित करते हुए देरी को कम करता है. यह ट्रेन उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) पर चलेगी, जो जम्मू और कश्मीर में रेल संपर्क बढ़ाने के लिए बनाया गया एक महत्वपूर्ण मार्ग है. यह नया मार्ग न केवल यात्रा के समय को कम करता है, बल्कि यात्रियों के लिए एक सुगम और तेज़ यात्रा भी सुनिश्चित करता है. एक नहीं, तीन-तीन विकल्प वंदे भारत स्लीपर विभिन्न बजटों को पूरा करने के लिए लचीले विकल्प प्रदान करता है. यात्री AC 3 टियर (INR 2,000), AC 2 टियर (INR 2,500) और AC फर्स्ट क्लास (INR 3,000) में से चुन सकते हैं. प्रत्येक श्रेणी में उन्नत स्लीपर सुविधाएँ हैं, जो पूरी रात आराम सुनिश्चित करती हैं. ये विविध विकल्प इस ट्रेन को बजट के प्रति जागरूक यात्रियों से लेकर प्रीमियम आराम चाहने वालों तक, यात्रियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं. भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड द्वारा निर्मित नई दिल्ली-श्रीनगर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन भारत के रेलवे बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाने के प्रति समर्पण का एक उत्पाद है. भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) द्वारा निर्मित, इस ट्रेन का अनावरण सितंबर 2024 में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया था. यह भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण प्रयासों का प्रतीक है, जिसका लक्ष्य गति, दक्षता और आराम में वैश्विक मानकों के साथ प्रतिस्पर्धा करना है. यात्रियों के आराम को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन की गई इस ट्रेन में आधुनिक सुविधाएँ होंगी, जिनमें अपग्रेडेड बर्थ, बेहतर लाइटिंग और जलवायु-नियंत्रित वातावरण शामिल हैं. ये संवर्द्धन लंबी दूरी की, रात भर की यात्रा को और अधिक सुखद बनाते हैं, खासकर नई दिल्ली से श्रीनगर जैसे सुंदर मार्ग पर. आराम-केंद्रित डिज़ाइन यह भी सुनिश्चित करता है कि यात्री आराम कर सकें और अच्छी नींद ले सकें, जिससे यात्रा और अधिक सुखद हो. जम्मू – कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा वंदे भारत स्लीपर की शुरुआत से जम्मू और कश्मीर में पर्यटन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. ट्रेन की तेज़, अधिक आरामदायक सेवा अधिक आगंतुकों को आकर्षित करेगी, जिससे क्षेत्र अधिक सुलभ हो जाएगा और इसकी पर्यटन अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. चाहे एक त्वरित व्यावसायिक यात्रा हो या श्रीनगर की इत्मीनान से यात्रा, यह नई सेवा भारत के सबसे खूबसूरत क्षेत्रों में से एक में अधिक बार यात्रा करने के अवसर खोलती है. हालाँकि, शुरुआत में नई दिल्ली और श्रीनगर के बीच चल रही थी, लेकिन इस सेवा को बारामुल्ला तक विस्तारित करने की योजना पहले से ही चल रही है. यह विस्तार उत्तरी जम्मू और कश्मीर में कनेक्टिविटी को और बढ़ाएगा, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए यात्रा आसान हो जाएगी. यह भविष्य का विस्तार क्षेत्र में रेल नेटवर्क का विस्तार करने और अधिक दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुँच में सुधार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है.

सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर पर बलात्कार और हत्या से संबंधित स्वप्रेरणा से मामले की चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ सुनवाई शुरू की. CBI का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुनवाई के दौरान पीठ को बताया कि मामले में “बहुत गंभीरता” से जांच की जा रही है. सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि हमने नवीनतम स्टेटस रिपोर्ट प्राप्त की है, जिसमें निचली अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई है.

इस पर CJI ने कहा कि CBI ने जांच के आधार पर 7 अक्टूबर को सियालदह कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है, जिसमें रेप और हत्या की धाराएं लगाई गई हैं. स्टेटस रिपोर्ट बताती है कि हॉस्पिटल में वित्तीय अनियमितताओं की भी जांच चल रही है, जिसकी रिपोर्ट भी हमें दी जाएगी.

सीजेआई ने कहा कि सीबीआई पीड़िता के माता-पिता से संपर्क में है और उन्हें जांच से जुड़े अपडेट दिए जा रहे हैं. तीन हफ्ते में नई रिपोर्ट दी जाएगी. हम देश भर में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर बनाए गए राष्ट्रीय टास्क फोर्स की रिपोर्ट भी देखना चाहेंगे.

सीजेआई ने कहा कि टास्क फोर्स ने 4 सब ग्रुप बनाए हैं लेकिन काम की रफ्तार धीमी लग रही है. बहुत कम बैठकें हुई हैं, अंतिम 9 सितंबर को हुई थी.

सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि टास्कफोर्स को 1700 से अधिक सुझाव मिले हैं, 7800 अस्पतालों ने अपनी रिपोर्ट दी है, टास्कफोर्स दीर्घकालिक समाधान के लिए काम कर रहा है, इसलिए कुछ समय लगेगा. सीजेआई ने कहा कि केंद्र सरकार यह देखे कि टास्कफोर्स उचित समय पर अपना काम पूरा कर सके, और टास्कफोर्स की नियमित बैठकें होनी चाहिए. टास्क फोर्स अपने सुझावों पर हमारी अगली सुनवाई तक रिपोर्ट देंगे. 3 सप्ताह बाद सुनवाई होगी.

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