UNSC में भारत की दावेदारी के पक्ष में US-रूस समेत ये चार देश, लेकिन यहां फंस रहा पेच
इस साल यूएनजीए में नौ देशों की तरफ से भारत के समर्थन में मांग उठी है। इस साल भारत ने जी-4 जी-69 समूहों की बैठक के जरिए भी संयुक्त राष्ट्र सुधार के एजेंडे को धार देना जारी रखा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि के कार्यालय की तरफ से सोशल मीडिया साइट एक्स पर बताया गया है कि इस साल (यूएनजीए-79) में भारत चर्चा का विषय रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार की भारत की मांग को व्यापक तौर पर समर्थन मिल रहा है। इसकी बानगी इस साल की संयुक्त राष्ट्र महाधिवेशन (यूएनजीए) में भी देखने को मिली है जहां कम से कम नौ देशों के प्रतिनिधियों ने अपने संबोधन में यूएनएससी में स्थाई सदस्यता के भावी उम्मीदवार के तौर पर भारत का नाम लिया है।
भारत के अलावा ब्राजील, अफ्रीकी महादेश के प्रतिनिधि के तौर पर भी किसी देश को स्थाई सदस्य बनाने का समर्थन मिला है। लेकिन एक खास बात भारत के समर्थन में यह रही है कि मौजूदा पांच स्थाई सदस्यों में से चार – अमेरिका, इंग्लैंड, रूस और फ्रांस ने एक बार फिर दोहराया है कि वह भारत की दावेदारी के पक्ष में है। सिर्फ चीन ही एकमात्र ऐसा देश है जिसने इस बार भी भारत का नाम नहीं लिया है हालांकि उसके प्रतिनिधि की तरफ से भी संयुक्त राष्ट्र के मौजूदा स्वरूप में बदलाव की बात कही गई है।