छत्तीसगढ़
सावन का तीसरा सोमवार..भोरमदेव में कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प-वर्षा:मुख्यमंत्री साय और डिप्टी CM ने बूढ़ामहादेव के किए दर्शन; हटकेश्वरनाथ का फूलों से श्रृंगार
आज सावन का तीसरा सोमवार है। पूरा प्रदेश शिवमय है। शिवालयों में सुबह से भक्तों की कतारें लगी हुई हैं। कबीरधाम के भोरमदेव में कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए। सीएम साय और डिप्टी सीएम अरुण साव ने भोरमदेव और बूढ़ामहादेव के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
रायपुर के महादेवघाट स्थित हटकेश्वर महादेव में रात 2 बजे से ही पूजा अर्चना के साथ भोलेनाथ का फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया। सुबह से ही दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं और भगवान भोलेनाथ को जल और बेल पत्र अर्पित कर रहे हैं।
- गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के प्राचीन शिव मंदिर ज्वालेश्वर महादेव सहित जिले के अन्य मंदिरों में श्रद्धालु जलाभिषेक कर रहे हैं।
- ज्वालेश्वर महादेव मंदिर जिले का प्राचीन मंदिरों में से एक है छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
- मान्यता है कि अमरकंटक नर्मदा मंदिर से जल लाकर ज्वालेश्वर महादेव में जल अभिषेक करने से हर मनोकामनाएं पूरी होती है।
- गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से लगे अमरकंटक के पहाड़ी वाले इलाके में सुबह से कोहरा छाया हुआ है।
- एमपी छत्तीसगढ़ की सीमा में स्थित प्राचीन ज्वालेश्वर महादेव मंदिर में 10 किलोमीटर दूर अमरकंटक के नर्मदा उद्गम से जल लाकर कांवड़िए जलाभिषेक करने पहुंचे हैं।
- सावन के तीसरे सोमवार को शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। शिव भक्त बेलपत्र और जल चढ़ा कर अभिषेक कर रहे हैं।
- शहर के निकले महादेव मंदिर, गौरी शंकर मंदिर और कोसमनारा बाबाधाम में ओम नमः शिवाय के जाप गूंज रहे हैं। पंडित धीरज कृष्ण शास्त्री ने बताया की सावन का विशेष महत्व होता है और भगवान शिव की आराधना से मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
- वहीं शहर व जिले भर से कांवड़ियों का जत्था जल चढ़ाने बाबाधाम और घोघड़धाम जा रहे हैं।