ख़बर

गर्लफ्रेंड को मर्डर केस से अलग रखना चाहता था मुकुल:पुलिस से बोला-बॉडी के टुकड़े कर डिस्पोज करने की प्लानिंग थी, लेकिन कर नहीं पाए

जबलपुर में नाबालिग गर्लफ्रेंड के पिता और भाई की हत्या के आरोपी ने सरेंडर कर दिया है। शुक्रवार को एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, मुकुल लड़की के साथ हाइली कमिटेड है। वह नाबालिग को इस केस से अलग कर सभी आरोप अपने ऊपर लेना चाहता था, इसलिए उसने लड़की से घरवालों को मैसेज करवाए। ऐसी कहानी रची कि उसे ही मुख्य आरोपी बनाया जाए।

पूछताछ में आरोपी मुकुल ने पुलिस को बताया कि नाबालिग के पिता राजकुमार विश्वकर्मा ने उस पर पॉक्सो का केस दर्ज कराया था। इस मामले में वह जेल भी गया था। आरोपी के पिता को हिदायत दी थी कि उसे लड़की से दूर रखें।

जेल से बाहर आने के बाद मुकुल और नाबालिग एक सोशल मीडिया एप से बात करने लगे। मुकुल को डर था कि राजकुमार दोबारा बयान दिलवाकर नाबालिग को उससे दूर न कर दे, इसलिए दोनों ने मिलकर राजकुमार और उनके बेटे तनिष्क की हत्या की प्लानिंग की।

नाबालिग ने पुलिस को बताया, सितंबर 2023 में मुकुल के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई थी। तब घरवालों के प्रेशर में आकर मुकुल के खिलाफ बयान दिए थे। हम दोनों को अलग करने के लिए पिता ने मुझे इटारसी भेज दिया था। इसके बाद हम सोशल एप पर बात करते थे। मुकुल के जेल से बाहर आने के बाद से ही हमने पिता को रास्ते से हटाने की प्लानिंग शुरू कर दी थी।

बदबू न आए इसलिए घर में अगरबत्ती लगा दी

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हत्या को लेकर डिटेल प्लानिंग की। कैसे घर में एंट्री करेंगे, कैसे गैस कटर का इस्तेमाल करेंगे। प्लान था कि गैस कटर से बॉडी के छोटे-छोटे टुकड़े करके बैग में ले जाकर कहीं डिस्पोज कर देंगे। हत्या के बाद समझ आया कि बॉडी के टुकड़े और डिस्पोज करना आसान नहीं होगा। इसलिए बॉडी को प्लास्टिक से कवर कर दिया। घर में सुगंधित अगरबत्ती लगा दी। तनिष्क को मारने के बाद उसे पॉलीथिन से पैक करके फ्रिज में रख दिया।

Related Articles

Back to top button