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पंडित प्रदीप मिश्रा बोले- सनातनी 4 बच्चे पैदा करें:दुर्ग में शिव महापुराण कथा में कहा- 2 अपने और 2 राष्ट्र के लिए

दुर्ग जिले के अमलेश्वर में चल रही शिव महा पुराण कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि सनातनियों को चार बच्चे पैदा करना चाहिए। दो अपने लिए और दो राष्ट्र के लिए। जब तक कानून नहीं आता तब तक ज्यादा बच्चे पैदा करें। उन्होंने आगे कहा कि धर्म में राजनीति और राजनीति धर्म में चलता आया है।

इससे पहले उन्होंने लड़कियों को लव मैरिज न करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि बेटियां लव मैरिज के चक्कर में न पड़ें। प्रदीप मिश्रा ने लड़कियों को परिवार के सुझाए गए रिश्ते पर ही ध्यान देने और अरेंज मैरिज करने के लिए कहा।

रायपुर से लगे दुर्ग के अमलेश्वर में चल रही है कथा।
रायपुर से लगे दुर्ग के अमलेश्वर में चल रही है कथा।

उन्होंने कहा कि आप स्कूल जाएंगी, कॉलेज जाएंगी, ट्यूशन जाएंगी। वहां आपको 100 तरह के लड़के मिलेंगे। मगर इन 100 लड़कों के साथ आप 100 साल की जिंदगी नहीं जी सकते। आपके पापा ढूंढ़कर लाएंगे, उसके साथ जिंदगी 100 साल तक सही जी सकते हैं।
गर्मी से मौत के बाद भी लाखों लोग कथा सुनने पहुंच रहे

अमलेश्वर में 26 मई से पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा चल रही है। 2 जून तक चलने वाले इस आयोजन में हर दिन 1 लाख के आस-पास लोग पहुंच रहे हैं। कथा का क्रेज इसी से समझिए कि यहां 29 मई को आए 70 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी।

धरसींवा के तीरथ राम साहू को चक्कर आ गया था। परिजन उप स्वास्थ्य केंद्र अमलेश्वर ले गए, जहां पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी भीड़ हर दिन बढ़ रही है। लोगों को पंडाल में जगह नहीं मिल रही। सड़क और नालियों के किनारे बैठकर लोग कथा सुन रहे हैं।

गर्मी और लू से यहां आने वाले लोगो की तबीयत बिगड़ रही है। इसके बाद भी रोजाना लाखों लोग पहुंच रहे हैं।
गर्मी और लू से यहां आने वाले लोगो की तबीयत बिगड़ रही है। इसके बाद भी रोजाना लाखों लोग पहुंच रहे हैं।

अलग-अलग प्रदेशों से भी पहुंच रहे श्रद्धालु

यहां झारखंड, बिहार, बंगाल, पंजाब, मध्यप्रदेश से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। 50 हजार से ज्यादा तो महिलाएं आई हैं। किसी के साथ दुधमुंहा बच्चा है, तो किसी के साथ बुजुर्ग हैं। गर्मी लू और तपिश झेलकर भी ये सभी लोग पंडाल में ही रात गुजार रहे हैं। आयोजन समिति और कुछ सामाजिक संस्थाएं यहां भोजन के लिए भंडारा चला रही हैं।

पंडाल में पड़े तिरपाल को ही बिछाकर यहां महिलाएं रात में सो रही हैं। 20 से ज्यादा महिलाएं बीते दो से तीन दिन में गर्मी से बेहोश हो चुकी हैं। बीते दिनों के मौसम को समझें तो रायपुर में 30 मई को 46.8 और 31 मई को पारा 45 डिग्री के पार ही रहा है।

तस्वीर में दिख रही भीड़ के बराबर ही लोग पंडाल के बाहर रहते हैं।

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